डॉ टेस्सी थॉमस.
भारत की ‘अग्निपुत्री’ और ‘मिसाइल वुमेन ऑफ़ इंडिया’ के नाम से पहचाने जाने वाली डॉ टेस्सी थॉमस का जन्म अप्रैल 1963 को केरल के अलप्पुझा प्रांत में एक ईसाई ( कैथोलिक ) परिवार में हुआ, इनके पिता एक बिजनेसमैन और माता एक अध्यापिका थी, डॉ टेस्सी की कुल 4 बहने और 1 भाई है. इनके परिवार ने सभी बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जिसका नतीजा आपके सामने है.
टेस्सी जब मात्र 13 वर्ष की थी तभी इनके पिताजी को लकवा मार दिया था, जिससे इनके पुरे परिवार की जिम्मेदारी इनके माँ के उपर आ गयी और उन्होंने अध्यापक की नौकरी छोड़कर घर-पर रहकर सभी का देखभाल करने लगी. टेस्सी का घर ‘थुम्बा रॉकेट स्टेशन’ के निकट था, जहाँ से इनके मन में इस काम के लिए प्यार जगा. और जब ये स्कूल में थी तब उस समय ‘नासा’ का ‘अपोलो’ मिशन चल रहा था जहाँ इन्हें रोज उसके बारे में कुछ न कुछ सुनने को मिलता था जिससे उन्हें बहुत प्रेरणा मिली. और उन्होंने बड़ा होकर एक वैज्ञानिक बनने का निश्चय कर लिया.
प्रारम्भिक शिक्षा.
डॉ टेस्सी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अलप्पुझा के सेंट माइकल हायर सेकंडरी स्कूल और आगे की पढाई सेंट जोशेफ गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल से की, आगे की पढाई करने के लिए उनके पास पैसों की दिक्कत थी इसलिए उन्होंने ‘भारतीय स्टेट बैंक’ 100 रूपये मासिक का शिक्षा ऋण ( Education Loan ) लिया और 1985 त्रिशुर के कैलीकट विश्वविद्यालय से अपना B.Tech. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से पूरा किया.
इसके बाद इनका परिवार केरल से पूना शिफ्ट हो गया जहाँ पर इन्होने M.Tech. की पढाई पूना के आर्मामेंट टेक्नोलाजी इंस्टिट्यूट ( डिफेन्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ) से पूरा किया और 1986 में डिग्री हासिल की. उन्होंने इस प्रवेश परीक्षा में पास होने वाले 3 विद्यार्थियों में से एक थी और उनके इसे बहुमूल्य प्रतिभा के कारण उन्हें ‘गाइडेड मिसाइल एंड वेपन टेक्नोलॉजी’ के कोर्स के लिए चुन लिया गया.
इसके बाद इन्होने 1985 में रास्ट्रीय स्तर की परीक्षा पास करके मात्र 21 वर्ष की आयु में ही ‘रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन’ ( DRDO ) में प्रवेश पा लिया और इस क्षेत्र में पुरुष वर्ग का स्थापित प्रभुत्व को तोडा. वर्ष 2007 में इन्होने ‘इग्नू’ ( इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ) से ‘आपरेशंस मैनजमेंट’ से एमबीए की डिग्री प्राप्त. सन 2014 में इन्होने ‘जवाहरलाल नेहरु टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, से ‘मिसाइल गाइडेंस’ में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की.
व्यक्तिगत जीवन.
टेस्सी थॉमस की शादी भारत के नौसेना में तैनात कमांडर सरोज कुमार से हुई, इनके पास एक बेटा भी जिसका नाम इन्होने तेजस रखा हुआ. इन्होने अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना किया लेकिन अपने हौसले और अपने सपने को कभी नही मिटने दिया. आज हम इन्हें महिला शशक्तिकरण का एक बहुत ही अच्चा उदाहरण मानते है.
DRDO में सेवा.
वर्ष 1988 में इन्हें DRDO ( रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ) में अग्नि मिसाइल के डिजाइन और उसके विकास के विभाग में रखा, यहाँ पर इनकी नियुक्ति भारत के मिसाइल मैंन कहे जाने वाले डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने किया था. इन्होने कलाम जी के साथ मिलकर काम किया और देश को एक नए उचाई पर ले गयी. और विक्रम साराभाई और सतीश धवन के सपने को सच कर दिखाया.
उन्हेंने लम्बी दूरी तक जाने वाले मिसाइलों के लिए मार्गदर्शक योजना का डिजाइन किया जिसके लिए इन्हें वर्ष 2001 में ‘अग्नि आत्मनिर्भरता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. इन्होने अपने 32 वर्ष के लम्बे कार्यकाल में अनेक विभागों को संभाला और उनमे अपनी पूरी निष्ठा और लगन से काम किया, इन्हें अग्नि-3 का सहयोगी परियोजना निदेशक बनाया गया जहाँ पर इन्होने अपने दायित्व का अच्छी तरीके से निर्वहन किया. अग्नि-4 और अग्नि-5 का परियोजना निदेशक के रूप में इन्होने बहुत ही शानदार काम किया और देश को अग्नि-5 जैसी 5000 किमी. रेंज की मारक क्षमता वाला मिसाइल दिया वर्तमान में ये वैमानिकी प्रणाली ( एएस ) में महानिदेशक के रूप में कार्यरत है.
सम्मान और पुरष्कार.
डॉ टेस्सी थामस को ढेर सारे पुरष्कार और सम्मान मिले जिनमे कुछ प्रमुख इस प्रकार है.
- 2007 का DRDO वर्ष का वैज्ञानिक पुरष्कार.
- 2008 और 2011 अग्नि-4 DRDO उत्कृष्ट पुरष्कार.
- 2012 में अग्नि-5 के लिए DRDO उत्कृष्ट पुरष्कार.
- 2012 लोक प्रशासन अकादमिक व प्रवंधन उत्कृष्टता के लिए लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय पुरस्कार.
- कल्याणी विश्विद्यालय, पश्चिम बंगाल से अंतरिक्ष विज्ञान में डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2012।
- मंगलयतन विश्वविद्यालय, अलीगढ़ से डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2012.
- महिन्दुस्तान विश्वविद्यालय, चेन्नई से डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2014.
- मश्री पद्मावती महिला विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2015.
- आईटीएम विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ़ लिटरेचर (मानद उपाधि) 2016.
- डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्विद्यालय, आगरा से डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2017.
- कर्नाटक केंद्रीय विश्विद्यालय से डॉक्टर ऑफ़ साइंस (मानद उपाधि) 2018.
अग्नि मिसाइल ऑफ़ इंडिया.
नाम | अग्नि मिसाइल. | दूरी |
अग्नि – 1 | मध्यम दूरी का बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 700 – 1250 |
अग्नि – 2 | मध्यवर्ती दूरी का बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 2000 – 3000 |
अग्नि – 3 | मध्यवर्ती दूरी का बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 3500 – 5000 |
अग्नि – 4 | मध्यवर्ती दूरी का बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 3000 – 4000 |
अग्नि – 5 | अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 5000 – 8000 |
अग्नि – 6 | अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र | 8000 – 10000 |
डॉ टेस्सी थॉमस के जीवन से हमें क्या सन्देश मिलता है.
डॉ टेस्सी थामस ने अपने मेहनत और लगन के बलबूते पर ये साबित कर दिया की भारत की नारियां किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं है, और न ही इन्हें कम समझा जाय अगर भारत की नारियों को अवसर मिले तो वो दुनिया का कोई भी काम कर सकती है, पूर्व प्रधानमन्त्री डॉ मनमोहन सिंह ने इन्हें नारी शाश्क्तिकरण का बहुत ही बढ़िया उदहारण बताया है. उन्होंने कहा की भारत की तमाम महिलाओ के लिए ये मार्गदर्शक का काम करेंगी.
ज़िन्दगी में बहुत सारे कष्टों का सामना करने के बावजूद भी इन्होने अपने सपने को जिया और उसको हकीकत में बदल डाला और ये साबित कर दिया की सपने जरुर हकीकत में बदलते है बस उसे पूरा करने का नजरिया होना चाहिए. डॉ टेस्सी थॉमस कहती है की महिलाओं को भी युद्ध क्षेत्र में भाग लेना चाहिए क्योंकि जब वो सेना में रहकर अपना फ़र्ज़ पूरा कर रही है तो वो लोग युद्ध क्षेत्र में भी बहुत बढ़िया प्रदर्शन करेगी.
Pingback: Kano Jigoro | कानो जिगोरो - हिंदी लेख