हम सपना क्यों देखते है, क्या सपना सही होता है.
सपना यह एक ऐसी चीज है जिसे हर मनुष्य देखता है, कभी ये सपना बहुत डरावना होता है तो कभी बहुत ही खुश कर देने वाला होता है कभी अपने किसी बिछड़े की याद दिलाता है तो कभी बहुत दुखी कर देता है. ये अलग बात है की देखने के बाद उसका 90% हिस्सा हम भूल जाते है या कभी-कभी हम पूरा भूल जाते है, तो यहाँ पर सवाल ये उठता है की आखिर हमें सपना आता क्यों है, क्या हम सपना देखना बंद कर सकते है आइये आपकी दिमाग में सपनो को लेकर चल रही तमाम शंकाओं का समाधान कर देते है.
सपना क्यों दिखते है इसको लेकर वैज्ञानिकों ने बहुत रिसर्च की है और इस नतीजे पर पहुचे है की जब हम सोते है तो हम REM ( रैपिड आई मूवमेंट) से गुजरते है जिसके वजह हमें सपने आते है, और यह प्रक्रिया जब तक हम सोते है तब तक नियमित अंतराल पर चलता रहता है जिसके वजह से कई तरह के सपने देखते है. जब हम सोते है तो हमारे सोने के साथ हमारा मस्तिष्क भी आराम करने लगता है लेकिन वह पूरी तरह से नही सोता वह सपने में भी अपना काम करता रहता है.
वह सपने ऐसे होते जैसे – हम दिनभर जो करते है जो सोचते है या कुछ डरावना देख या सुन लेते है या फिर जिस चीज के बारे में ज्यादा सोच लेते है उसी का सपना हमें अधिकतर देखने को मिलता है. सपनो की दुनिया में कुछ भी होना मुमकिन होता है, आप एक जगह से दूसरी जगह पल भर में पहुँच सकते है, आप सपने में नामुमकिन चीजें देख सकते है. कभी-कभी हम सपने में चिल्लाते या पुकारते है तो वो भी असलियत में होता है हम सही में चिल्लाने लगते है, हालाकि सपने याद नही रह जाते.
सपने आते कहाँ से है ?
बहुत से लोगों की मन में ये सवाल चलता है की आखिर सपने कहाँ से आते है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की सपने आपकी और हमारी मस्तिष्क की ही उपज होती है, हम दिन भर जो देखते है सुनते है, जो करते है, वही रात को हमें सपने के रूप में आते है. जैसे – अगर आप एक डरावनी मूवी देख ले और उसको सोच लें तो 70% चांस है की हमें सोते समय कोई डरावना सपना देखने को जरुर मिलेगा. अगर हम अधिकतर उल्टा-सीधा सोचते है तो हमें अधिकतर उल्टा-सीधा सपना ही आएगा.
आखिर हम सपना क्यों भूल जाते है ?
आप सब भी सपना जरुर देखते है और यह भी जानते होंगे की हम जैसे ही जागते है सपने का लगभग 90 फ़ीसदी हिस्सा हम भूल चुके होते है या फिर बहुत थोड़ा-थोड़ा याद रहता है ऐसा इसलिए होता है की जब हम हम सोते है उस समय हम रैपिड आई मूवमेंट से गुजरते है और यह प्रक्रिया लगभग 20-25 मिनट तक रहती है, सपने में कुछ भी स्पष्ट नहीं देख पाते वह धुंधला दिखता है और हमारा दिमाग भी उस समय आराम की मुद्रा में रहता है जिस कारण से हम सपने का अधिकतर भाग भूल जाते है.
क्या सपने सच होते हैं ?
बहुत से लोगों के मन में ये सवाल आता है की क्या सपने सच होते है तो उनकी जानकारी के लिए बता दूँ की सपने सच नहीं होते है अगर होते भी है तो उसका कुछ प्रतिशत ही सही होता है, सपने सच होने का चांस बहुत है कम रहता है 0.01 प्रतिशत से भी कम रहता है. लेकिन हमारे शास्त्रों में ये भी कहा गया है की कुछ सपने हमें भविष्य के लिए आगाह करते है, जो सपने के माध्यम से हमें अपने भविष्य की झलक दिखा जाते है. जिससे हम भविष्य को लेकर सतर्क हो जाए. हमारे शास्त्रों में कहा गया है की दिन का सपना और सुबह का सपना सच होता है, और शास्त्रों में जो लिखा है वो गलत नही होगा, हाँ ये बात और है की देखे गए सपने का कुछ भाग ही सही होगा लेकिन होगा.
कौन से सपने अच्छे होते हैं ?
- स्वप्न में सांप का दिखना ये बताता है कि आपकी लापरवाही आपको मुश्किल में डाल सकती है.
- कमल का फूल, हाथी, बन्दर, हंस और गाय का स्वप्न बहुत शुभ माना जाता है.
- आकाश और हवा से सम्बन्ध रखने वाले स्वप्न बताते हैं कि हमारा वात का संतुलन बिगड़ा हुआ है.
- अगर स्वप्न में किसी व्यक्ति की मृत्यु दिखाई दे तो समझना चाहिए कि उस व्यक्ति आयु बढ़ गयी है.
- अगर खाने पीने की चीज़ों के सपने में दिखें तो यह स्थान परिवर्तन का संकेत है.
- मंदिर या फिर देवी देवताओं के स्वप्न दिखें तो यह संस्कारों के बारे में सूचना देते हैं कि आपके संस्कार अच्छे हैं.
- अगर सफ़ेद वस्तुओं का सपना देखें तो यह आपके जीवन पूरी तरह से बदलने वाला है.
कौन से सपने बताने नहीं चाहिए ?
लोग अक्सर ये जानने की इच्छा रखते है की उन्हें कौन से स्वप्न किसी को बताने नही चाहिए, तो अगर आपको सपने किसी महापुरुष या फिर देवी, देवता, भगवान इत्यादि दिखाई दे तो यह स्वप्न बहुत ही शुभ माना जाता है, इसलिए इसे किसी से भी शेयर नही करनी चाहिए अन्यथा इससे हानि होने का खतरा रहता है.
सुबह सुबह सपने क्यों आते हैं ?
आमतौर पर देखा जाता है और सुना जाता है की सुबह को सपने अधिक आते है, और यह सही भी है क्योंकि हम जानते है की अक्सर करके सुबह में नींद बहुत तेज आती है जिसे हमारा मस्तिष्क रैपिड आई मूवमेंट में अधिक रहता है जिस कारण से हमें अधिकतर सपने सुबह के समय में आते है.
क्या सुबह का सपना सच होता है ?
ऐसा अधिकतर सुनने में आता है की सुबह का सपना सच होता है, हमारे स्वप्न शास्त्र में ये बताया गया है की सुबह का समय ब्रम्ह्मुहुर्त का समय होता है जिसमे पृथ्वी पर सभी सजीव और निर्जीव वस्तुवों पर दैवीय कृपा रहती है, इस वजह से भी सुबह के सपने सच होने के संभावना अधिकतर बनी रही है.
क्या करें की अच्छे सपने आयें ?
अगर कोई व्यक्ति अच्छी बातें सोचता है और अच्छे कर्म करता है अपने दिमाग में कोई गलत ख्याल नहीं लाता तो इस बात की सम्भावन अधिक है की व्यक्ति को अच्छे सपने आयेंगे, क्योंकि हमारा मस्तिष्क सपने अपने आप नहीं दिखाता है वह वही दिखाता है जिस वास्तु को हमने पहले देखा या सुन रख है, जिसकी छायाचित्र हमारे दिमाग में बन जाती है, उसी को मस्तिष्क स्वपन के रूप में दिखाता है.