ज्योतिर्लिंग Jyotirling

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग के नाम ( Jyotirling In India )

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग के नाम ( Jyotirling In India )

हिन्दू धर्म के अनुसार जब बात की जाती है देवताओ के बारें में तो उनमे सबसे सीधे-साधे और आसानी से प्रसन्न हो जाने वाले कोई भगवन है तो वो है भगवान भोले नाथ जिन्हें हम बहुत सारे नामों से जानते है जैसे – शिव, भोले, बाबा, नीलकंठ, महाकाल, रूद्र इत्यादि बहुत से नाम है, आज हम जिस विषय पर आप सबसे बात करने वाले है वो है द्वादश ज्योतिर्लिंग यानी 12 ज्योतिर्लिंग के नाम को बताने वाले है, तो आइये बिना किसी देरी के भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंग के नाम ( Jyotirling In India ) के बारे में बताते है.

12 ज्योतिर्लिंगों के नाम.

क्र.  ज्योतिर्लिंगों के नाम कहाँ स्थित है. संछिप्त वर्णन. चित्र.
1. श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग   सौराष्ट्र ( गुजरात ) यह सौराष्ट्र के काठियावाड़ क्षेत्र में समुंद्र के किनारे स्थित है, 1022 में महमूद गजनवी ने इस मंदिर को बहुत क्षति पहुचाई थी. अतीतकाल में इस मंदिर पर बहुत हमले हुए लेकिन भगवान शिव की महिमा से इसके लोकप्रियता और आस्था में कोई कमी नहीं आयी.  

श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग 
श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
2. श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग. कुर्नुल ( आन्ध्र प्रदेश ) यह ज्योतिर्लिंग श्रीशैल पर्वत ( दक्षिण का हिमालय ) पर कृष्णा नदी के तट पर स्थित है. इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ईश्वरीय और भौतिक दोनों कष्ट मिट जाते है.  

श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग.
श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग.
3. श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग. उज्जैन ( मध्य प्रदेश ). भगवान शिव का यह ज्योतिर्लिंग उज्जैन ( अवंतिकापुरी ) में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है.    

श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग.
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग.
4.

श्री ॐकारेश्वर ज्योतिर्लिंग.

 मालवा क्षेत्र ( मध्य प्रदेश ). यह मंदिर मालवा क्षेत्र में नर्मदा नदी के बीच में स्थित एक टापू पर है, यहाँ पर माम्लेश्वर नामक एक और ज्योतिर्लिंग है जो इसी का ही एक स्वरुप है.  

श्री ॐकारेश्वर ज्योतिर्लिंग.
श्री ॐकारेश्वर ज्योतिर्लिंग.
5. श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग  उत्तराखण्ड

( केदार पर्वत श्रृंखला)

श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग  हिमालय के केदार पर्वत श्रृंखला पर स्थति है. और अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है.

श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
6. श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग. भीमाशंकर (महाराष्ट्र ). यह ज्योतिर्लिंग भीमा नदी के तट पर सह्याद्री पर्वत पर स्थित है, यह शिवलिंग आकर में बहुत मोटा है इसलिए इसे मोटेश्वर ज्योतिर्लिंग भी कहा जाता है.

    श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग.
श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग.
7. श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग  वाराणसी ( उत्तर – प्रदेश ) यह ज्योतिर्लिंग वाराणसी में गंगा तट पर स्थित है, कहा जाता है की भगवान शंकर ने हिमालय छोड़ने के बाद यही अपना निवास बनाया था.

श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
8. श्री त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग  नासिक ( महाराष्ट्र ) यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले से 30 किलोमीटर पश्चिम में गोदावरी नदी के तट पर स्थित है. यही पर गोदावरी नदी का उद्गम स्थल भी है.

   श्री त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
श्री त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
9. श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग. देवघर ( झारखण्ड ). यह ज्योतिर्लिंग झारखण्ड के देवघर जिला में स्थित है, यहाँ पर सावन के महीने जलाभिषेक करने के लिए बहुत भीड़ होती है.

    श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग.
श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग.
10.

श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग.

द्वारका ( गुजरात ). गुजरात के द्वारका में ओढा नामक ग्राम में यह ज्योतिर्लिंग स्थित है, ऐसी मान्यता है की भगवान भोलेनाथ ने अपनी इच्छा से ही इस ज्योतिर्लिंग का नाम नागेश्वर रखा गया था.

    श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग.
श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग.
11. श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग. रामेश्वरम ( तमिलनाडु ) जब भगवान श्री राम लंका पर चढ़ाई करने वाले थे तब उन्होंने इस शिवलिंग को रामेश्वरम के तट पर स्थापित किया था. इसे श्रीरामलिंगेश्वर के नाम से भी जाना जात है.

   श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग.
श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग.
12. श्री घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग. बेरुल ( महाराष्ट्र ). इस ज्योतिर्लिंग को भगवान शिव के 12वें ज्योतिर्लिंग का दर्जा प्राप्त है, यह महराष्ट्र के दौलताबाद से 18 मील दूर बेरुल गाँव में स्थित है. इसे श्रीघुश्मेश्वर (गिरीश्नेश्वर)  के नाम से भी जाना जाता है.

     श्री घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग.
श्री घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग.

ऐसी मान्यता है की जो भी व्यक्ति सुबह-शाम इन 12 ज्योतिर्लिंगों के नामो का ध्यान करता है, उसके सभी कष्ट मिट जाते है इन सभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र करने से ही जीवन के सारे पाप समाप्त हो जाते है. तो दोस्तों कैसी लगी आप सभी को ये जानकारी हमें नीचे कमेन्ट करके जरुर बताये.

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