Naziha Salim नाज़ीहा सलीम कौन है: जिसका Google ने Doodle बनाकर याद किया.
कल के दिन जब हमने गूगल खोला तो हमने देखा की वहां उपर एक महिला की पेंटिंग बनी हुई थी जिसमे एक तरफ महिला और उसके आधे भाग में पेंटिंग थी, हम लोग ना बहुत जिज्ञासु होते है हमने तुरंत उस पर क्लिक किया की आखिर यह महिला कौन है, जिसको गूगल ने डूडल बनाकर याद किया, तो आइये जानते है उस डूडल वाली महिल नाज़ीहा सलीम के बारें में.
Naziha Salim (नाज़ीहा सलीम) तुर्की के इस्तांबुल में जन्म लेनी वाली इराकी महिला थी जिनका जन्म 1927 में हुआ था, इनका पूरा परिवार कला का प्रेमी था, इनके पिता हाजी मोहम्मद एक पेशेवर पेंटर ( Carpenter ) थे, इनकी माता एक कुशल कढाईकार थी, इनके भाई और बहन राशिद, सुआद, निज़ारे, जवाद सलीम ( ईराक का सबसे प्रसिद्द मूर्तिकार ) ने भी कला के क्षेत्र में ही काम किया.
इन्होने अपने शुरुवाती पढाई एक प्राइवेट संस्थान से किया बाद में सन 1940 में छात्रवृत्ति प्राप्त करके पेरिस में ‘इकोले नेशनेल सुप्रीयर डेस बीक्स-आर्ट्स’ (École Nationale Supérieure des Beaux-Arts) में अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए स्कॉलरशिप भी हासिल की और बगदाद ललित कला संस्थान और सतत कला शिक्षा से स्नातक की उपाधि प्राप्त किया, नाजिहा सलीम ने पेरिस में रहते हुए फ्रेस्को और म्यूरल पेंटिंग में दक्षता हासिल की. बाद में बगदाद लौटकर वहां के हालात को अपनी कला के माध्यम से प्रदर्शित करती रही. नाज़ीहा उन महिलाओं में से एक थी जिन्हें विदेश में कला अध्ययन करने के लिए छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया था।
नाज़ीहा सलीम ने आधुनिक इराकी कला का इतिहास भी लिखा है जो वर्ष 1977 में ‘इराक समकालीन कला 1977 में सारटेक द्वारा प्रकाशित’ नामक शीर्षक से प्रकाशित हुआ था. वह विभिन्न आंदोलनों में भाग लेती रही और वहां के महिलाओ और किसानो के उत्थान के लिए बहुत कार्य किया.
नाजिया सलीम का उम्र एवं उनका मृत्यु कहां हुआ?
वर्ष 2003 में लकवाग्रस्त हो जाने के कारण वह लगभग 5 साल बिस्तर पर पड़ी रही और 15 फ़रवरी 2008 को 81 साल की उम्र में इनकी मृत्यु हो गयी, इनके मृत्यु पर ईराक के तत्कालीन राष्ट्रपति ने शोक जताया और लिखा ‘यह इराकी कला और संस्कृति के लिए बहुत बड़ी क्षति है’ और इस तरह से हमने एक कुशल लेखिका और एक कुशल चित्रकार को खो दिया.