मिशन गगनयान क्या है ?
” कौन कहता है की आसमां में सुराख नही हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों “ दुष्यंत कुमार की यह पंक्ति आज ISRO के इस नए कीर्तमान पर सच साबित हो रही है, मिशन गगनयान भारत सरकार और ISRO का एक महत्वपूर्ण अभियान है जिसका उद्देश्य 2024-2025 तक अन्तरिक्ष में LVM3 राकेट के जरिये मानव को भेजा जायेगा, अगर ऐसा संभव हुआ तो भारत इस कीर्तिमान को करने वाला विश्व का 5वां देश बन जाएगा इससे पहले अमेरिका,रूस,चीन और जापान है | इस मिशन की सभी तैयारियां हो चुकी है तो आइये जानते है मिशन गगनयान के बारे में और विस्तृत रूप से जानते है |
मिशन गगनयान क्या है ?
मिशन गगनयान ISRO और भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण परियोजना है जिसके द्वारा भारत पहली बार 2024 के अंत में या फिर 2025 के शुरुवात में अंतरिक्ष में मानव को भेजेगा, अगर भारत ऐसा करने में सफल हो जाता है तो भारत ऐसा करने वाला विश्व का 5वां देश बन जाएगा इसका मुख्य उद्देश्य भारत की पकड़ को अन्तरिक्ष में भी मजबूत पकड़ और स्पेस के अन्य पहलूओं में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी, इस मिशन में 4 अंतरिक्ष यात्रियों को अन्तरिक्ष में भेजा जाएगा और उन्हें वहां 3 दिन तक रहने के बाद वापस पृथ्वी पर बुला लिया जाएगा, इस यात्रा से भारत को अंतरिक्ष में बहुत ज्यादा मदद मिलेगी |
गगनयान में खर्चा कितना आएगा ?
मिशन गगनयान भारत का सबसे महंगा प्रोजेक्ट है जिसकी लागत लगभग 10 हजार करोड़ रूपये है, इससे पहले भारत के किसी मिशन में इतना रुपया खर्च नहीं हुआ है?
मिशन गगनयान में कौन-कौन जाएगा ?
बीते दिनों में त्रिवंतपुरम में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को भारत के 4 अंतरिक्ष यात्रियों से मिलवाया ये चारों अंतरिक्ष यात्री भारतीय वायुसेना से चुने गए अधिकारी है जिनका नाम क्रमशः ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला है मोदी जी ने इन्हें 140 करोड़ देशवासियों की आशा और उम्मीद बताया है, इन चारो अधिकारीयों को विशेष ट्रेनिंग दिया गया है|